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विजय रघुनाथन देंगे सेमीकंडक्टर मिशन में अहम योगदान, एडवाइजरी बोर्ड में शामिल

विजय रघुनाथन को नेशनल सेमीकंडक्टर टेक्नोलोजी सेंटर (एनएसटीसी) के नवगठित वर्कफोर्स एडवाइजरी बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया गया है। हैं।

रघुनाथन पर्ड्यू यूनिवर्सिटी में वाइस प्रेसिडेंट (ग्लोबल पार्टनरशिप एंड प्रोग्राम) हैं। / Credit- Purdue university

पर्ड्यू यूनिवर्सिटी में वाइस प्रेसिडेंट विजय रघुनाथन को नेशनल सेमीकंडक्टर टेक्नोलोजी सेंटर (एनएसटीसी) के नवगठित वर्कफोर्स एडवाइजरी बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया गया है। हैं।

रघुनाथन पर्ड्यू यूनिवर्सिटी में वाइस प्रेसिडेंट (ग्लोबल पार्टनरशिप एंड प्रोग्राम), सेमीकंडक्टर एजुकेशन के निदेशक और एलमोर फैमिली स्कूल ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड कंप्यूटर इंजीनियरिंग में प्रोफेसर हैं।  

रघुनाथन 18 सदस्यीय बोर्ड में प्रमुख विश्वविद्यालयों से चुने गए चार सदस्यों में से एक हैं। एनएसटीसी वर्कफोर्स एडवाइजरी बोर्ड का मुख्य कार्य सेमीकंडक्टर क्षेत्र की प्रतिभाओं को जोड़ना और मजबूत बनाना है। बोर्ड मेंबर के रूप में रघुनाथन वर्कफोर्स सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (डब्ल्यूसीओई) के लिए राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय स्तर पर वर्कफोर्स तैयार करने में रणनीतिक योगदान देंगे। 

एनएसटीसी का संचालन वाणिज्य विभाग के अंतर्गत गठित नेटकास्ट द्वारा किया जाएगा। वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो ने बोर्ड मेंबर्स की नियुक्ति का ऐलान करते हुए कहा कि ये लोग डब्ल्यूसीओई को सलाह देंगे और उच्चतम मानकों पर बनाए रखेंगे। इसके लिए उनके पास आवश्यक अनुभव है।

रघुनाथन ने सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में प्रतिभाओं के विकास के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि सेमीकंडक्टर निर्माण एवं सप्लाई के लिए मानवीय प्रतिभाओं का योगदान बेहद महत्वपूर्ण है। इस उद्योग में इनोवेशन की प्रक्रिया बनाए रखने और आर्थिक विकास के लिए कुशल कार्यबल की महती भूमिका है।

2023 में पर्ड्यू यूनिवर्सिटी में वाइस प्रेसिडेंट बने रघुनाथन ने कहा कि एनएसटीसी वर्कफोर्स एडवाइजरी बोर्ड का हिस्सा बनना मेरे लिए एक असाधारण अवसर है। मैं सेमीकंडक्टर क्षेत्र की प्रतिभा का पूल बनाने के लिए राष्ट्रीय रणनीति को आकार देने में योगदान के लिए तत्पर हूं। रघुनाथन ने इसमें पर्डयू यूनिवर्सिटी की भूमिका को भी रेखांकित किया।

2006 में पर्ड्यू में शामिल हुए रघुनाथन तभी से विश्वविद्यालय की सेमीकंडक्टर पहल को विस्तार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने 2022 में सेमीकंडक्टर डिग्री प्रोग्राम (एसडीपी) की सह-स्थापना की थी। इसे सेमीकंडक्टर एजुकेशन और वर्कफोर्स तैयार करने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। 
 

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