हाल ही में विरल पटेल को Sigma Xi, द साइंटिफिक रिसर्च ऑनर सोसाइटी की पूरी मेंबरशिप मिल गई है। पटेल ईस्ट वेस्ट हॉलिंग में सीनियर लॉजिस्टिक्स एनालिस्ट हैं। ये एक बड़ी अमेरिकी (US) लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्ट कंपनी है। इसका हेडक्वॉर्टर हैरिसन, न्यू जर्सी में है। Sigma Xi के अधिकारियों ने कहा है कि पटेल के शामिल होने से दुनिया भर के बड़े और काम के रिसर्चर्स की टीम में और इजाफा हुआ है।
1886 में कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में शुरू हुई Sigma Xi दुनिया की सबसे पुरानी, सबसे बड़ी और सबसे नामी गैर-लाभकारी साइंटिफिक ऑर्गेनाइजेशन्स में से एक है। ये अमेरिकन साइंटिस्ट मैगजीन भी निकालती है। इसमें दुनिया भर के साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स के एक्सपर्ट्स हैं। ये सब रिसर्च में एक्सीलेंस पर काम करते हैं और लोगों को साइंस से जोड़ने की कोशिश करते हैं। इसमें मेंबरशिप के लिए नॉमिनेशन जरूरी है। साथ ही उम्मीदवारों को खास प्रोफेशनल क्राइटेरिया पूरे करने होते हैं, जिसमें रिसर्च या स्कॉलरशिप का रेकॉर्ड होना भी शामिल है।
सप्लाई चेन मैनेजमेंट में इंजीनियरिंग स्पेशलिस्ट विरल पटेल ने कई कामयाबियां हासिल की हैं। उन्होंने टेक्निकल आर्टिकल्स भी लिखे हैं। 'कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन में क्रांति ला रहा है' (IEEE—इंस्टिट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स कंप्यूटर सोसाइटी, 28 जुलाई, 2023) और 'जस्ट-इन-टाइम लॉजिस्टिक्स: इसका क्या मतलब है और यह क्यों मायने रखता है' (एनालिटिक्स मैगजीन, 30 अगस्त, 2023)। इंडस्ट्री टुडे मैगजीन (28 जुलाई, 2023) में उनका इसके अलावा 'ब्रेकिंग थ्रू बैरियर्स: वुमन इन लॉजिस्टिक' आर्टिकल भी छपा था। वह इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर एकेडमिक एंड साइंटिफिक डेवलपमेंट (IOASD) की रॉयल फेलो भी हैं। इसके अलावा वह स्कॉलर्स एकेडमिक एंड साइंटिफिक सोसाइटी की लाइफ मेंबर भी हैं, जो एक इंटरनेशनल सोसाइटी है और भारत में है।
पटेल ने अपने करियर की शुरुआत मुंबई में एक अकाउंटेंट और फाइनेंशियल एनालिस्ट के तौर पर की थी। मुंबई यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट स्टडीज में बैचलर डिग्री करने के बाद उन्हें यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिजपोर्ट (कनेक्टिकट, USA) के मास्टर्स इन टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट प्रोग्राम में दाखिला मिला। यहां उन्होंने ग्लोबल प्रोजेक्ट और प्रोग्राम मैनेजमेंट में स्पेशलाइज किया। इस कोर्स को पूरा करने के बाद उन्होंने लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन इंडस्ट्री में काम करना शुरू किया। उन्हें लगा कि उनके पास जो फाइनेंस, एनालिटिक्स, टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट का एक्सपीरियंस है, उससे ट्रांसपोर्टेशन की लागत और दक्षता को बेहतर बनाया जा सकता है।
बतौर सीनियर लॉजिस्टिक्स एनालिस्ट पटेल के पास 15 साल से ज्यादा का अनुभव है। और वह काम में रिजल्ट ओरिएंटेड और डेटा-ड्रिवन तरीका अपनाती हैं। वह सप्लाई चेन में स्ट्रेटेजिक प्लानिंग, बिजनेस एनालिसिस, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और प्रोसेस मैनेजमेंट पर ध्यान देती हैं। वह लगातार नए तरीके खोजती रहती हैं जिससे काम की विश्वसनीयता बढ़े और उत्पादकता में सुधार हो। अपनी जानकारी को अप-टू-डेट रखने के लिए वह प्रोफेशनल डेवपलेपमेंट के कोर्सेज भी करती रहती हैं। हाल ही में पटेल ने MIT से सप्लाई चेन एनालिटिक्स का सर्टिफिकेशन प्रोग्राम पूरा किया है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी नई तकनीकों के आने से वह AI की प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स क्षमताओं का इस्तेमाल करके प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज के फ्लो को बेहतर बनाने और सप्लाई चेन मैनेजमेंट में बिजनेस ऑपरेशन्स को सुचारू बनाने का काम कर रही हैं। विरल पटेल का कहना है, 'सप्लाई मैनेजमेंट में क्वॉलिटी कंट्रोल के लिए AI का इस्तेमाल करके, कंपनियां मैनुअल और समय लेने वाले कामों को ऑटोमेट कर सकती हैं। एक्यूरेसी, एफिशिएंसी और सस्टेनेबिलिटी में सुधार कर सकती हैं और प्रोसेस को ज्यादा पर्यावरण-अनुकूल बना सकती हैं।'
टेक्नोलॉजी से जुड़ी पहलों के अलावा पटेल की लीडरशिप जिम्मेदारियों और बहुआयामी स्किल्स में फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स, डेटा एनालिसिस और रेगुलेटरी कम्प्लायंस शामिल हैं। उनकी बहुआयामी विशेषज्ञता की वजह से वह सुधार के मुख्य क्षेत्रों को पहचानने और रणनीतिक बदलाव लागू करने में सक्षम रहीं, जिससे कंपनी की सालाना आय में 25% की बढ़ोतरी और ग्राहक संतुष्टि में 75% की बढ़ोतरी हुई और कंपनी के मुनाफे में भी योगदान हुआ।
जैसा कि पटेल ने अपने 'वुमेन इन लॉजिस्टिक्स' आर्टिकल में बताया है, Gartner की 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाएं सप्लाई चेन वर्कफोर्स का महज 39% हिस्सा हैं। एक वरिष्ठ नेतृत्व भूमिका में होने के नाते, पटेल को महिला प्रतिभाओं को मेंटर करने और लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन क्षेत्रों में अधिक महिलाओं को आगे बढ़ाने के अवसर पैदा करने की जरूरत महसूस होती है। वह बिजनेस नेटवर्किंग इवेंट्स में हिस्सा लेती हैं। इटेक्नोलॉजी और बिजनेस अवार्ड प्रोग्राम्स में जज के तौर पर काम करती हैं। सबसे अहम महिलाओं को ट्रांसपोर्टेशन इंडस्ट्री में अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण देती हैं। उनका लक्ष्य है कि दूसरे महिलाओं को परंपरागत रूप से पुरुषों के वर्चस्व वाले क्षेत्र में बाधाओं को तोड़ने में मदद करें।
पटेल आगे कहती हैं, 'जिस सप्लाई चेन ऑर्गेनाइजेशन में महिलाएं शीर्ष नेतृत्व की भूमिकाओं में होती हैं, वहां समस्या-समाधान के मामले में अलग-अलग नजरिए होते हैं। ऑर्गेनाइजेशन्स को नेतृत्व की भूमिकाओं में लिंग विविधता को बढ़ावा देना चाहिए, ज्यादा समावेशी कंपनी संस्कृति को बढ़ावा देना चाहिए और ऐसा प्रशिक्षण देना चाहिए जिससे ज्यादा महिलाएं मैनेजमेंट पदों पर पहुंच सकें।'
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