भारतीय नाविक विष्णु सरवनन ने स्पेन के मलोर्का में आयोजित यूरोपा कप 7 नौकायन प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। उन्हें ये गोल्ड पुरुषों की वन-पर्सन डिंगी (ILCA2024) वर्ग में मिला है।
इंटरनेशनल लेजर क्लास एसोसिएशन (ILCA) एक नौकायन वर्ग है जिसमें ILCA7 डिवीजन शामिल है। लेजर स्टैंडर्ड एक सिंगल-मास्टेड, लाइटवेट, कॉम्पैक्ट बोट है। सरवनन 91 बोट प्रतियोगिता में 17 नेट अंक लेकर पहले स्थान पर रहे।
नीदरलैंड के विलेम वीरसेमा को भी इतने ही अंक मिले थे लेकिन सरवनन को तकनीकी आधार पर गोल्ड मेडल देने का फैसला किया गया। ऑस्ट्रेलिया के लॉसन मैकउले ने 22 नेट अंकों के साथ कांस्य पदक जीता। प्रतियोगिता का आयोजन रीयाल क्लब नॉटिक पोर्ट डी पोलेंका द्वारा किया गया था।
सरवनन ने प्रतियोगिता में सात में से दो रेस जीतीं। इस साल के यूरोपा कप में रिकॉर्ड संख्या में नाविकों ने प्रतिस्पर्धा की। तीन दिन के दौरान 15 से 30 समुद्री मील तक की हवा की गति वाली कठिन परिस्थितियों में 334 नौकायन इवेंट हुए।
इस साल जनवरी में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित ILCA 7 पुरुष विश्व चैम्पियनशिप 2024 में विष्णु सरवनन ने 2024 में पेरिस ओलंपिक के लिए नौकायन कोटा करने वाले पहले भारतीय बनकर इतिहास रच दिया था। 25 वर्षीय सरवनन ने टोक्यो में अपनी पिछली ओलंपिक प्रतियोगिता में 35 प्रतियोगियों के बीच 20वां स्थान हासिल किया था। उन्होंने पिछले साल हांगझू एशियाई खेलों में कांस्य पदक भी जीता था।
सरवनन ऐसे दूसरे भारतीय नाविक होंगे जो पेरिस गेम्स के बाद कई ओलंपिक्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। उनसे पहले फारुख तारापोर 1984 के लॉस एंजिलिस ओलंपिक, 1988 के सोल और 1992 के बार्सिलोना ओलंपिक्स में हिस्सा लेने वाले पहले भारतीय का खिताबा अपने नाम कर चुके हैं।
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