व्हाइट हाउस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ उनकी द्विपक्षीय मीटिंग को इस हफ्ते की सबसे बड़ी कामयाबी बताया। व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को बताया कि रूस की कैद से पेंसिलवेनिया के टीचर मार्क फोगेल को छुड़ाना, जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला का आना, सोरोस द्वारा फंडेड रेडियो स्टेशन पर FCC की जांच शुरू करना, विदेशी व्यापारिक साझेदारों के साथ गैर-पारस्परिक व्यापारिक व्यवस्थाओं का मुकाबला करने के लिए 'फेयर एंड रेसिप्रोकल प्लान' लाना और 75,000 से अधिक फेडरल कर्मचारियों का इस्तीफा देना, ट्रम्प प्रशासन की कुछ और बड़ी कामयाबियां हैं।
व्हाइट हाउस ने कहा, 'राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रम्प के नेतृत्व में अमेरिकी लोगों के लिए ये हफ्ता और भी कई कामयाबियों से भरा रहा।' तीन पन्नों के एक फैक्ट शीट में इस हफ्ते की कामयाबियों की लिस्ट रिपोर्टर्स के साथ शेयर करते हुए व्हाइट हाउस ने बताया कि ट्रम्प ने 13 फरवरी को मोदी का स्वागत किया था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ सफल मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने कई समझौतों की घोषणा की।
सबसे पहले, दोनों नेताओं ने अमेरिका और भारत के बीच आपसी व्यापार का लक्ष्य 500 अरब डॉलर तय किया। यह 2023 में दोनों देशों के बीच हुए 190 अरब डॉलर के व्यापार से दोगुना से भी अधिक है। रक्षा संबंधों को और मजबूत करने के लिए उन्होंने इस साल से भारत को कई अरब डॉलर का सैन्य उपकरण बेचने पर सहमति जताई।
व्हाइट हाउस के मुताबिक, 'मोदी ने कहा कि भारत वैरिफाइड अवैध भारतीय प्रवासियों को वापस लेने के लिए तैयार है। दोनों नेताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर सरकार से सरकार, शिक्षा जगत और निजी क्षेत्र के सहयोग को बढ़ाने के लिए US-India TRUST पहल की शुरुआत की घोषणा की। व्हाइट हाउस ने कहा कि मोदी और ट्रम्प अमेरिका-भारत परमाणु ऊर्जा सहयोग को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए। इसके तहत दोनों देश भारत में अमेरिकी डिजाइन के परमाणु रिएक्टर बनाने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे।
व्हाइट हाउस ने कहा कि इस हफ्ते ट्रम्प ने आखिरकार शांति स्थापित करने की कोशिश में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोल्दिमीर जेलेंस्की से बात की। उन्होंने जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय का स्वागत किया, जिन्होंने घोषणा की कि किंगडम जल्द से जल्द गाजा से 2,000 बीमार बच्चों को स्वीकार करेगा।
ऊर्जा विभाग ने पिछले साल पिछली सरकार द्वारा एलएनजी निर्यात पर रोक लगाए जाने के बाद पहली तरलीकृत प्राकृतिक गैस परियोजना को मंजूरी दी। ट्रम्प ने घोषणा की कि सभी विदेश नीति राष्ट्रपति के निर्देशन में संचालित की जानी चाहिए। यह सुनिश्चित करते हुए कि कैरियर डिप्लोमैट हर समय संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश नीति को दर्शाएं।
उन्होंने विदेश में अमेरिकी व्यावसायिक प्रथाओं के अति-नियमन पर प्रवर्तन को रोक दिया, जिसका राष्ट्रीय सुरक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा था। राष्ट्रपति ट्रम्प के 'अगर आतंकवादी समूह ने देरी की तो सब कुछ बर्बाद हो जाएगा' कहने के बाद हमास अतिरिक्त इजरायली बंधकों को मुक्त करने के लिए सहमत हो गया।
व्हाइट हाउस ने कहा, 'राष्ट्रपति ट्रम्प के टैरिफ के बीच ताइवान ने संयुक्त राज्य अमेरिका में अपने निवेश को बढ़ाने का वादा किया। एक सीबीएस न्यूज पोल में सामने आया है कि 70% अमेरिकियों का मानना है कि ट्रम्प अपने वादे निभा रहे हैं।'
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