ADVERTISEMENTs

रिलायंस इंडस्ट्रीज और वॉल्ट डिजनी के बीच किस करार को लेकर हो रही चर्चा

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) और वॉल्ट डिजनी कंपनी विलय की अपनी योजना को आगे बढ़ाने के लिए एक करार को अंतिम रूप दे रही हैं, जो संभवतः देश में सबसे बड़ा मीडिया और मनोरंजन समूह स्थापित कर सकती हैं।रिलायंस एक नियंत्रित हित चाहता है, जिसका लक्ष्य कम से कम 51% की बहुमत हिस्सेदारी है।

Photo by Cytonn Photography / Unsplash /

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) और वॉल्ट डिजनी कंपनी भारत के मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र के भीतर एक महत्वपूर्ण सहयोग को मजबूत करने के कगार पर हैं। बातचीत से जुड़े सूत्रों ने मीडिया को बताया कि दोनों कंपनियां विलय की अपनी योजना को आगे बढ़ाने के लिए एक करार को अंतिम रूप दे रही हैं, जो संभवतः देश में सबसे बड़ा मीडिया और मनोरंजन समूह स्थापित कर सकती हैं।

प्रस्तावित रणनीति आरआईएल के वायकॉम 18 के तहत एक सहायक कंपनी के निर्माण के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसका उद्देश्य स्टॉक स्वैप के माध्यम से स्टार इंडिया को शामिल करना है। इस व्यवस्था में, रिलायंस विलय किए गए उद्यम में एक नियंत्रित हित चाहता है, जिसका लक्ष्य कम से कम 51% की बहुमत हिस्सेदारी है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस डील में आरआईएल की तरफ से एक बड़ा कैश कंपोनेंट शामिल होने की उम्मीद है।

यह कैश कंपोनेंट 1-1.5 बिलियन डॉलर के बीच होने का अनुमान है। यह मसला बातचीत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो अंतिम शेयरहोल्डिंग संरचना को आकार देता है और दोनों पक्षों से नकदी निवेश के आधार पर इकाई के मूल्य को स्थापित करता है।

विलय के बाद बनने वाली इकाई के निदेशक मंडल की संरचना रिलायंस और डिज्नी दोनों का समान प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की बात की गई है, जिसमें प्रत्येक से कम से कम दो निदेशकों की नियुक्ति की संभावना है। उदय शंकर के नेतृत्व वाली वायकॉम 18 के प्रमुख शेयरधारक, बोधि ट्री से अतिरिक्त प्रतिनिधित्व की उम्मीद है, जिसमें स्वतंत्र निदेशकों के लिए विचार किया जाएगा।

वॉल्ट डिजनी कंपनी की बातचीत में शामिल प्रमुख हस्तियों में जस्टिन वारब्रुक और केविन मेयर के साथ-साथ डिजनी के भारत प्रमुख के माधवन और द रेन ग्रुप शामिल हैं। रिलायंस की बातचीत का नेतृत्व अंबानी के प्रमुख सलाहकार मनोज मोदी कर रहे हैं, जिन्हें समूह की विलय एवं अधिग्रहण टीम का समर्थन प्राप्त है।

टर्म शीट पर हस्ताक्षर के बाद जनवरी के अंत तक विलय की घोषणा के लिए एक त्वरित समय सीमा की उम्मीद है, जिसके बाद स्वतंत्र मूल्यांकन करने वालों की तरफ से व्यापक मूल्यांकन का काम किया जाएगा।

संभावित सहयोग के हिस्से के रूप में वॉल्ट डिजनी कंपनी संयुक्त उद्यम कंपनी को सदस्यता वीडियो-ऑन-डिमांड (एसवीओडी) सामग्री के लिए एक विशेष पांच साल का लाइसेंस देने के लिए तैयार है, जिसमें डिज्नी और इसकी व्यापक लाइब्रेरी शामिल है। इसके अलावा शर्तों में पांच साल का लॉक-इन शामिल है, जिसमें प्रतिस्पर्धियों के साथ जुड़ाव पर रोक और सहमति की शर्तों के तहत वितरण चैनलों और जियो प्लेटफॉर्म्स तक पहुंच की पेशकश शामिल है।

हालांकि वायकॉम 18 की वित्तीय जानकारी और स्टार इंडिया की रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के पास फाइलिंग एक विपरीत तस्वीर पेश करती है। वित्त वर्ष 2023 के लिए वायाकॉम 18 के नेट प्रॉफिट में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई। जबकि स्टार इंडिया ने कॉन्सोलिडेट नेट प्रॉफिट में गिरावट देखी, लेकिन ऑपरेटिंग रेवेन्यू में वृद्धि दिखी है, जिससे भारत में सबसे बड़ी पारंपरिक मीडिया और मनोरंजन इकाई के रूप में अपनी स्थिति मजबूत हुई है।

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video

 

Related