प्रो-रेसलिंग इंडस्ट्री में भारतीय प्रतिभाओं की भरमार रही है। लेकिन जब हम MMA पर अपना ध्यान केंद्रित करते हैं तो गिने चुने नाम ही सामने आते हैं। इनमें से एक नाम है अर्जन सिंह भुल्लर हैं, जो UFC और फिर वन चैंपियनशिप की पगड़ी पहनकर नाम रोशन कर हैं। अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए अर्जन ने कुश्ती में अपनी यात्रा शुरू की और उन्हें सफलता हासिल करने में देर नहीं लगी। अर्जन का अगला मुकाबला एक मार्च को कतर में ईरान के आमिर अलीकबारी से होगा, जो मालिखिन के खिलाफ खिताब गंवाने के बाद उनका पहला मुकाबला होगा।
रेसलिंग में अर्जन का कौशल उन्हें साइमन फ्रेजर विश्वविद्यालय ले गया, जहां वह कई बार NAIA चैंपियन (2008 और 2009) बने। अर्जन ने अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की और विश्व चैंपियनशिप, पैन अमेरिकन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स और लंदन ओलंपिक में कनाडा का प्रतिनिधित्व किया। हालांकि वह ओलंपिक में पोडियम फिनिश करने में नाकाम रहे, लेकिन अर्जन गोल्ड मेडल के बारे में बोल सकते हैं। यह मेडल उन्होंने 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में जीता था, जो उनके मूल देश भारत में आयोजित किया गया था।
अर्जन ओलंपिक में 11वें स्थान पर रहे, लेकिन वहां उनका शानदार प्रदर्शन वरदान साबित हुआ। उन्होंने पूरी तरह से एक नई यात्रा शुरू की, जिससे उनका एक समृद्ध MMA कैरियर बन गया, जो 2014 में शुरू हुआ। हैवीवेट डिवीजन में प्रतिस्पर्धा करते हुए अर्जन ने बैटलफील्ड फाइट लीग और हार्ड नॉक्स फाइटिंग में शुरुआत की।
उनकी बड़ी सफलता 2017 में आई जब वह UFC के लिए साइन करने वाले पहले भारतीय मूल के फाइटर बने। अर्जन ने UFC 215 में लुइस हेनरिक के खिलाफ मैदान में उतरे और लड़ाई जीती। अर्जन चार UFC में तीन जीत चुक हैं और एक में वे नाकाम रहे। इस तरह देसी अवतार के साथ भारतीय जनता को लुभाने की उनकी खोज ने कई लोगों का ध्यान खींचा।
UFC में दो साल बिताने के बाद अर्जन एशिया की सबसे बड़ी MMA प्रमोशन वन चैंपियनशिप में शामिल हुए, जहां वह पहले भारतीय मूल के MMA चैंपियन भी बने। अर्जन अगस्त 2019 में मौरो सेरिली के खिलाफ अपना वन चैंपियनशिप डेब्यू करने वाले थे, लेकिन उनके प्रतिद्वंद्वी स्टैफ लड़ाई से हट गए। दो महीने बाद उन्होंने उसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ अपनी शुरुआत की और उस पर जीत हासिल की।
फिर अर्जन के एमएमए करियर में यादगार क्षण आया, क्योंकि वह पहले भारतीय मूल के एमएमए चैंपियन बने। उन्होंने वन दंगल में ब्रैंडन वेरा के खिलाफ दो राउंड में अपनी लड़ाई खत्म करके यह उपलब्धि हासिल की। खिताब जीतने के कुछ समय बाद अर्जन एमएमए प्रमोटर के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट विवाद में उलझ गए, जिससे उन्हें हैवीवेट डिवीजन को आगे बढ़ाने के लिए एक अंतरिम खिताब बनाने के लिए प्रेरित किया।
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