भारत और कनाडा के राजनयिक संबंध निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। कनाडा द्वारा 2023 में सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के संबंध में ओटावा स्थित भारतीय उच्चायुक्त पर उंगली उठाए जाने के बाद भारत और कनाडा ने एक-दूसरे के छह राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। इस पूरे मामले के तार लॉरेंस बिश्नोई गैंग से भी जुड़ रहे हैं। आइए बताते हैं कौन है ये लॉरेंस बिश्नोई और इस मामले में उसकी क्या भूमिका बताई जा रही है।
हरदीप सिंह निज्जर मामले की जांच कर रही रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) ने भारतीय सरकार के एजेंटों पर 'बिश्नोई ग्रुप' नामक एक संगठित क्राइम ग्रुप से जुड़े होने का आरोप लगाया।
भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी इस ग्रुप को लॉरेंस बिश्नोई के नेतृत्व वाला एक आपराधिक गिरोह बताती है। बिश्नोई के वकील का कहना है कि उसके खिलाफ हत्या और जबरन वसूली जैसे अपराधों के कम से कम 40 मामले चल रहे हैं।
भारत ने सरकारी अधिकारियों और बिश्नोई ग्रुप के बीच संबंधों के आरोपों पर प्रतिक्रिया नहीं दी है। निज्जर की हत्या के बारे में कनाडा के सभी आरोपों को भारत सरकार 'निरर्थक' बताते हुए खारिज करती रही है।
लॉरेंस बिश्नोई कौन है?
लॉरेंस बिश्नोई 31 साल का युवा है। लॉ ग्रेजुएट बिश्नोई पर अंतरराष्ट्रीय अपराध सिंडिकेट चलाने का आरोप है। भारत के पंजाब में जन्मा बिश्नोई छोटे कद का दुबला सा शख्स है। एनआईए ने 2015 से उसे जेल में कैद कर रखा है।
एनआईए ने अपने बयानों में कहा है कि लॉरेंस अपने सहयोगियों के जरिए भारत के विभिन्न राज्यों के अलावा कनाडा जैसे देशों की जेलों से अपना सिंडिकेट चलाता है। उसके सिंडिकेट के सदस्यों के नेपाल और अन्य देशों में खालिस्तानी समर्थकों से संपर्क हैं।
हालांकि बिश्नोई ने पिछले साल एक समाचार चैनल पर दावा किया था कि वह खालिस्तान की मांग का विरोध करता हैं और वह राष्ट्र-विरोधी नहीं हैं। साक्षात्कार का वीडियो अब हटा दिया गया है।
लॉरेंस अब कहां है?
लॉरेंस बिश्नोई गुजरात के अहमदाबाद शहर की साबरमती सेंट्रल जेल में कैद है। मीडिया के अनुसार, उसकी सुरक्षा और जेल नियमों को तोड़ने की क्षमताओं को देखते हुए उसे कई जेलों में रखा जाता है।
कनाडा ने क्या आरोप लगाया है?
कनाडा ने विशिष्ट आरोपों का उल्लेख नहीं किया है लेकिन आरसीएमपी ने देश में खालिस्तान का समर्थन करने वालों को निशाना बनाने की बात कही है। उसने बिश्नोई संगठित अपराध समूह का नाम लिया है। उसने पहले इस तरह की कई वारदातों का जिक्र करते हुए उस पर भारतीय एजेंटों से जुड़े होने का आरोप लगाया था।
उसके खिलाफ और क्या आरोप हैं?
लॉरेंस बिश्नोई और उसके सहयोगियों के खिलाफ हत्या, जबरन वसूली और आतंकवाद से संबंधित कई आरोप हैं। एनआईए का दावा है कि बिश्नोई गैंग मशहूर सामाजिक एवं धार्मिक नेताओं, फिल्मी सितारों, गायकों और व्यापारियों की टारगेट किलिंग से दहशत फैलाना चाहता है।
लॉरेंस के खिलाफ दर्ज कुछ हाई प्रोफाइल मामलों में 2022 में प्रसिद्ध पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या भी शामिल है। बिश्नोई ने 2018 में बॉलीवुड के चर्चित अभिनेता सलमान खान को मारने की धमकी दी थी। इस साल सलमान खान के घर के पास गोलियां भी चलाई गई थीं।
हाल ही में मुंबई में बाबा सिद्दीकी नाम के सांसद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बिश्नोई गैंग से संबंध रखने का दावा करने वाले एक शख्स ने फेसबुक पर इस हत्या की जिम्मेदारी ली है। पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
बिश्नोई का क्या कहना है?
लॉरेंस बिश्नोई की वकील रजनी का कहना है कि उनके मुवक्किल के खिलाफ पूरे भारत में हत्या, जबरन वसूली और आतंकवाद से संबंधित 40 मामले दर्ज हैं। हालांकि वह सभी आरोपों को खारिज करता है। इनमें से कई तो 2012 के हैं। कई मामलों में अभी तक सुनवाई भी शुरू नहीं हुई है।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login