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अमेरिका में हिट-एंड-रन मामला, भारतीय छात्र की मौत के आरोप में महिला गिरफ्तार 

न्यू हेवन विश्वविद्यालय के 23 साल के छात्र प्रियांशु अग्रवाल की अक्टूबर 2023 में मौत हो गई थी। न्यू हेवन के मेयर जस्टिन एलिकर ने बताया कि प्रियांशु अग्रवाल और उनके परिवार द्वारा उनका दिल दान करने के फैसले की बदौलत किसी और की जान बच गई।इसलिए आज किसी और के शरीर में उनका दिल धड़क रहा है।

प्रतीकात्मक तस्वीर / FILE PHOTO

अमेरिका के कनेक्टिकट में पिछले साल हुए एक दर्दनाक हिट-एंड-रन हादसे में एक भारतीय छात्र की मौत के मामले में पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। मामले में 41 साल की एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। जिल ऑगेलि नाम की इस महिला आरोपी को 18 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। न्यू हेवन विश्वविद्यालय के 23 साल के छात्र प्रियांशु अग्रवाल की अक्टूबर 2023 में मौत हो गई थी। हार्टफोर्ड कुरिअंट की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी महिला पर 'अपराध करके भागने और जिससे मौत हुई' का आरोप लगाया गया है। 

रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि प्रियांशु अग्रवाल कोर्स खत्म होने में बस कुछ ही महीना बचा था। वह नौकरी के लिए आवेदन कर रहे थे, तभी इस हिट-एंड-रन हादसे ने उनकी जान ले ली। न्यू हेवन पुलिस विभाग ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस हादसे में शामिल आरोपी की गिरफ्तारी की घोषणा की। इस दौरान अग्रवाल के भाई अमन ने अपनी भावनाओं को बयां करते हुए कहा कि वो पिछले एक साल से हर रोज अपने भाई को याद करते हैं। उन्हें अपने भाई के सपने अभी भी आते हैं। उन्होंने कहा कि वो अपनी यादों और अपराधबोध के बीच में फंसे हुए हैं। अमन ने बताया कि हादसे के बाद ड्राइवर ने रुकने की कोशिश तक नहीं की।

न्यू हेवन के मेयर जस्टिन एलिकर ने बताया कि प्रियांशु अग्रवाल के परिवार ने उन्हें 'हंसमुख चेहरे' वाला एक मिलनसार और करिश्माई व्यक्ति बताया है जिसके बहुत सारे दोस्त थे। एलिकर ने कहा कि प्रियांशु को बहुत से लोग प्यार करते थे और उनका पूरा जीवन आगे था। उन्होंने बताया कि अपनी मौत के वक्त प्रियांशु नौकरी के लिए आवेदन कर रहे थे और अमेरिका में जीवन के 'बड़े सपने' देख रहे थे।

एलिकर ने आगे कहा कि 'प्रियांशु अग्रवाल और उनके परिवार के द्वारा उनका दिल दान करने के फैसले की बदौलत उन्होंने किसी और की जान बचाई। इसलिए आज किसी और के शरीर में उनका दिल धड़क रहा है। भले ही उन्होंने अपनी जान गंवा दी, लेकिन उनके जीवन का एक हिस्सा आज किसी और को जीवन दे रहा है और हम इसके लिए आभारी हैं।'

न्यू हेवन के पुलिस प्रमुख कार्ल जैकबसन ने बताया कि उस समय अधिकारियों के पास ऑगेलि पर आरोप लगाने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं थे। इसके लिए पुलिस को अथक प्रयास करना पड़ा। पुलिस ने बताया कि कुरिअंट की रिपोर्ट के मुताबिक, इसमें उसके फोन कंपनी से GPS डेटा हासिल करना शामिल था। जिसमें पता चला कि हादसे के वक्त आरोपी उस जगह के आसपास थी। फॉरेंसिक जांच से भी पता चला है कि अग्रवाल का DNA ऑगेलि की कार पर मिला था। 

पुलिस के मुताबिक, 18 अक्टूबर, 2023 को रात के लगभग 11 बजे अग्रवाल इलेक्ट्रिक स्कूटर पर सड़क पार कर रहे थे, तभी एक गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी। रिपोर्ट के मुताबिक, ड्राइवर रुके बिना आगे बढ़ गया। अग्रवाल को येल न्यू हेवन अस्पताल ले जाया गया जहां लगभग एक हफ्ते बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। जांचकर्ताओं ने अगले दिन नागटैक में हादसे में शामिल कार को ढूंढ निकाला। पुलिस के अनुसार, जांचकर्ताओं को पता चला कि ऑगेलि उस वाहन की रजिस्टर्ड मालकिन हैं।

न्यू हेवन विश्वविद्यालय के अनुसार, 23 साल के प्रियांशु अग्रवाल राजस्थान के देवली से 2022 में अमेरिका आने के बाद बिजनेस एनालिटिक्स में मास्टर डिग्री कर रहे थे। उन्होंने एक आईटी कंपनी में बिजनेस एनालिस्ट के रूप में इंटर्नशिप भी की थी। एलिकर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रियांशु अग्रवाल की कहानी सुरक्षित ड्राइविंग के महत्व और दुर्घटना होने पर रुककर मदद करने की आवश्यकता को रेखांकित करने में मदद कर सकती है। एलिकर ने कहा, 'अगर आप भागते हैं तो हम आपको ढूंढ निकालेंगे और आपको जवाबदेह ठहराएंगे।'

 

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