इंडियन-अमेरिकन फिल्म मेकर मीरा नायर के बेटे जोहरान क्वामे ममदानी ने 24 मार्च को एक्स पर वीडियो पोस्ट में ऐलान किया कि उन्हें न्यू यॉर्क सिटी के मेयर के चुनाव प्रचार के लिए जरूरत से अधिक पैसे मिल गए हैं। ममदानी ने लोगों से पैसों की जगह, समय देने की अपील की। वीडियो में ममदानी ने कहा, 'मैं कुछ ऐसा कहने जा रहा हूं, जो आपने किसी नेता को पहले कभी कहते हुए नहीं सुना होगा। प्लीज, हमें और पैसे मत भेजो।'
लगभग 18,000 लोगों ने उनके कैंपेन में 80 लाख डॉलर दान किए हैं। यह कानूनी तौर पर उनके कैंपेन के लिए ज्यादा से ज्यादा खर्च की लिमिट है। ममदानी ने कहा, 'इससे हमें टीवी, आपके मेलबॉक्स और आपके फोन तक पहुंचने के लिए पैसे मिल गए हैं। लेकिन एक जगह और है जहाँ हमें होना चाहिए। वह है आपके मोहल्ले में।'
खुद को डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट बताने वाले ममदानी शहर के इतिहास में सबसे बड़े वॉलंटियर ऑपरेशन की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने न्यू यॉर्क वालों से अपील की, 'एकजुट हो जाओ। हम न्यू यॉर्क शहर के इतिहास का सबसे बड़ा वॉलंटियर ऑपरेशन बनाना चाहते हैं।' 7000 वालंटियर्स पहले से ही घर-घर जाकर लोगों से मिल रहे हैं। अब ममदानी अपनी वेबसाइट के जरिए और भी लोगों को इसमें शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
मुद्दों पर आधारित कैंपेन
क्वींस के 36वें असेंबली डिस्ट्रिक्ट के प्रतिनिधि मामदानी ने अक्टूबर 2024 में मेयर के चुनाव प्रचार की शुरुआत की। उनका चुनावी वादा है कि वो किफायती मकान, सार्वजनिक परिवहन और आर्थिक न्याय पर ध्यान देंगे। उनके वादों में किराए में स्थिरता, फ्री बस सेवा का विस्तार, फ्री चाइल्ड केयर और बढ़ती महंगाई को रोकने के लिए शहर के स्वामित्व वाले किराना स्टोर शामिल हैं।
उनके अन्य वादों में 2030 तक शहर में न्यूनतम वेतन 30 डॉलर प्रति घंटा करना और लापरवाह मकान मालिकों पर सख्ती करना शामिल है। इसके अलावा, ममदानी ने शहर में स्थायी रूप से किफायती, यूनियन द्वारा निर्मित मकानों के उत्पादन को तीन गुना करने और नस्लीय असमानता को दूर करने के लिए एक व्यापक योजना लागू करने का वादा किया है।
भूख हड़ताल से लेकर सिटी हॉल तक?
2021 में असेंबली के लिए चुने जाने के बाद से ममदानी ने एक कार्यकर्ता-विधायक के रूप में अपनी पहचान बनाई है। उसी साल, उन्होंने न्यू यॉर्क टैक्सी वर्कर्स एलायंस के साथ मिलकर 15 दिन की भूख हड़ताल की, जिसमें टैक्सी मेडलियन मालिकों के लिए कर्ज माफी की वकालत की गई थी। 2023 में उन्होंने गाजा में युद्धविराम की मांग करते हुए फिर से भूख हड़ताल की।
ममदानी राजनीतिक हस्तियों को जवाबदेह ठहराने के लिए भी मुखर रहे हैं। ट्रम्प की इमिग्रेशन नीतियों पर सवाल उठाने से लेकर पूर्व गवर्नर एंड्रयू क्यूमो द्वारा COVID-19 संकट को संभालने की आलोचना तक में उन्होंने आवाज उठाई है।
वह सात साल की उम्र में न्यू यॉर्क शहर आ गए और बाद में बोवडॉइन कॉलेज से स्नातक किया। उनका चुनाव प्रचार उन्हें कामकाजी वर्ग के न्यूयॉर्कवासियों के एक ऐसे चैंपियन के रूप में पेश कर रहा है, जो शहर की आर्थिक स्थिति को चुनौती देने वाली नीतियों पर जोर दे रहा है।
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